प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा समय-समय पर जारी आदेशों निर्देशों को अनुपालनार्थन


प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा समय-समय पर जारी आदेशों निर्देशों को अनुपालनार्थन  के तत्काल बाद देश की जनता के आवागमन की मूलभूत आवश्यकता केदृ ष्टिगत स्थापित राजकीय रोडवेज / वर्तमान उ०प्र० राज्य सड़क परिवहन निगम को सेवाक रते हुए लगभग 75 वर्ष हो रहे हैं। बसों के संचालन के लिए कर्मचारियों की समस्याओंके  समाधान एवं उनके हितों की रक्षा तथा उनके साथ न्यायसंगत कार्यवाही / व्यवहार कियेभि न्नजा ने व अवैध संचालन पर रोक लगाने जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर भिन्नंअ  धिकारियों द्वारा शासनादेशों/परिपत्रों के माध्यम सेअधिकारियों के अनुपालनार्थ तर्कसंगत व विधिसंगत आदेशम -समय पर आधीनस्थनि र्देश जारी किये जाते रहेहै , जो सभी प्रकार से हितकर थे और आज भी महत्वपूर्ण एवं प्रासंगिक है, परन्तुदु र्भाग्यपूर्ण स्थिति यह है कि इन महत्वपूर्ण आदेशों निर्देशों के अनुपालन करने औरक राने में जिम्मेदार अधिकारियों में कोई रुचि नहीं देखने को मिल रही है, भले ही इससेनि गम हित, जनहित व कर्मचारी हित बुरी तरह कुप्रभावित हो रहा हो।स म्बन्ध में अधीनस्थ अधिकारियों को सचेत एवं जागरूक किये जाने की बहुत अवशकता है तथा ऐसे महत्वपूर्ण आदेशों निर्देशों को पुनर्जीवित किया जाना बहुतज रुरी है। आपने स्वम भी अनुभव किया होगा कि परिवहन निगम के बेहतर संचालन हेतु अधीनस्थ अधिकारियों को दिये गये आदेशों निर्देशों के अनुपालन के प्रति अनुशासित वप्रदेश अध्यक्ष जी श्री डी0के0त्रिपाठी एवं प्रदेश महामंत्री जी डी 0के0 उपाध्याय आदरणीय प्रदेश उपाध्यक्ष जी आरटी भट्ट जी श्री एस यन सिंह प्रदेश उपाध्यक्ष उत्तर प्रदेश रोडवेज कर्मचारी कल्याण संघनि ष्ठावान होना नितान्त आवश्यक है वही अनुशासनहीन व कर्तव्यहीन अधीनस्थधि कारियों के विरुद्ध समुचित कार्यवाही भी उतना ही आवश्यक है, क्योकि निरंकुशव्य वस्था बेहतर परिणाम नहीं दे सकती। यह संगठन क्रमशः महत्वपूर्ण आदेश निर्देश केअ नुपालनार्थ / पुनर्जीवित किये जाने हेतु परिपत्र / शासनादेश की छाया